मूंगा रत्न पहनने के फायदे: मंगल की शक्ति से आत्मबल तक
मूंगा रत्न (Coral Stone), जिसे लाल मूंगा कहा जाता है, केवल एक आभूषण नहीं है बल्कि ऊर्जा, साहस और आत्मबल का प्रतीक माना जाता है। यह समुद्र के भीतर जीवों (Coral Polyps) द्वारा बनाया गया एक जैविक रत्न होता है। भारत समेत जापान, इटली और ऑस्ट्रेलिया इसके प्रमुख स्रोत हैं।
ज्योतिषीय महत्व: मंगल ग्रह का प्रतिनिधि
मूंगा रत्न को मंगल ग्रह से जोड़ा गया है, जो साहस, रक्त, ऊर्जा और नेतृत्व का प्रतीक है।
मेष और वृश्चिक राशि वालों के लिए यह सबसे उपयुक्त माना जाता है।
यदि किसी की कुंडली में मंगल कमजोर या अशुभ स्थिति में हो — तो मूंगा धारण करने से विशेष लाभ होता है।
मूंगा पहनने के प्रमुख फायदे
रक्त और हड्डियों की ताकत बढ़ाता है
कमजोर रक्त संचार, एनीमिया या हड्डियों से जुड़ी समस्याओं में मूंगा असरदार साबित होता है।
गुस्सा और तनाव करता है कम
यह मानसिक स्थिरता लाता है और decision-making को बेहतर बनाता है।
आत्मविश्वास और नेतृत्व बढ़ाता है
खासकर पुलिस, आर्मी, राजनीति और बिजनेस वालों के लिए मूंगा बेहद शुभ माना गया है।
कैसे पहनें मूंगा?
विवरण जानकारी
धातु सोना या तांबा
दिन मंगलवार
उंगली अनामिका (Ring Finger)
मंत्र "ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः" (108 बार)
ध्यान दें: मूंगा हमेशा प्रमाणित और असली होना चाहिए। नकली पहनने से नुकसान हो सकता है।
सांख्यिकी और बाज़ार
भारत में मूंगा रत्न का सालाना व्यापार ₹150 करोड़ से ज्यादा है।
जापानी मूंगे की अंतरराष्ट्रीय कीमत ₹25,000–₹75,000 प्रति कैरेट तक जाती है।
नकली मूंगों का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है — इसलिए खरीदते समय प्रमाण पत्र ज़रूरी है।
निष्कर्ष
अगर आप शारीरिक कमजोरी, मानसिक असंतुलन या आत्मबल की कमी से जूझ रहे हैं, तो मूंगा रत्न आपके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है।
लेकिन इसे पहनने से पहले ज्योतिषीय सलाह लेना बहुत ज़रूरी है।
मूंगा = ऊर्जा + साहस + संतुलन
सही समय, सही रत्न और सही विश्वास — यही मूंगा का असली लाभ है।
0 टिप्पणियाँ